एचडीएफसी बैंक के सीईओ शशिधर जगदीशन को वित्त वर्ष 2024-25 में मिला 12% वेतन वृद्धि, सालाना पैकेज ₹12.08 करोड़ तक पहुंचा

एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) शशिधर जगदीशन को वित्त वर्ष 2024-25 में लगभग 12% की वेतन वृद्धि मिली है, जिससे उनका कुल सालाना वेतन पैकेज ₹12.08 करोड़ तक पहुंच गया है। यह वृद्धि पिछले वर्ष के ₹10.8 करोड़ के पैकेज की तुलना में ₹1.28 करोड़ अधिक है और इसे बैंक के टॉप मैनेजमेंट द्वारा उनके शानदार नेतृत्व की सराहना के रूप में देखा जा रहा है। शशिधर जगदीशन को यह वेतन वृद्धि ऐसे समय में मिली है जब बैंक ने हाल ही में देश के सबसे बड़े कॉर्पोरेट मर्जर्स में से एक—HDFC लिमिटेड और HDFC बैंक के विलय—को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। यह मर्जर भारतीय वित्तीय बाजार के इतिहास में एक बड़ा परिवर्तन माना गया और इसके संचालन की ज़िम्मेदारी सीधे तौर पर जगदीशन के नेतृत्व में पूरी की गई। उनके FY25 वेतन में ₹3.09 करोड़ की बेसिक सैलरी, ₹3.46 करोड़ की भत्तियाँ एवं अन्य सुविधाएं, ₹4.67 करोड़ का प्रदर्शन आधारित बोनस, ₹37.08 लाख का प्रोविडेंट फंड और ₹46.36 लाख का सुपरएजुएशन कॉन्ट्रिब्यूशन शामिल है। यह केवल एक आर्थिक लाभ नहीं, बल्कि बैंक के बोर्ड की ओर से यह स्पष्ट संदेश है कि वे नेतृत्व में निरंतरता, परिणामों की स्पष्टता और दीर्घकालिक रणनीतिक सोच को प्राथमिकता देते हैं। जगदीशन को जुलाई 2020 में एचडीएफसी बैंक का सीईओ नियुक्त किया गया था और उनके कार्यकाल में बैंक ने डिजिटल बैंकिंग में नए कीर्तिमान स्थापित किए, ग्रामीण विस्तार पर ध्यान दिया और ग्राहकों के अनुभव को और भी बेहतर बनाया। उनकी रणनीति ने न सिर्फ बैंक की प्रोफ़िटेबिलिटी में इज़ाफा किया, बल्कि बाज़ार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त भी दिलाई। इस वेतन वृद्धि को व्यापक दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह भारतीय कॉर्पोरेट जगत में टैलेंट रिटेंशन, परफॉर्मेंस रिवॉर्ड और नेतृत्व विकास के बढ़ते महत्व को भी दर्शाता है। ऐसे दौर में जब बैंकिंग सेक्टर तकनीकी बदलावों, नियामकीय दबावों और वैश्विक आर्थिक अस्थिरताओं से जूझ रहा है, शशिधर जगदीशन जैसे नेतृत्वकर्ताओं को सशक्त करना एक रणनीतिक निवेश की तरह है। यह वेतन वृद्धि केवल उनके योगदान की सराहना नहीं, बल्कि भविष्य की स्थिरता और विकास की ओर उठाया गया एक ठोस कदम भी है।

निष्कर्ष:
शशिधर जगदीशन की वेतन वृद्धि महज एक इनसेंटिव नहीं बल्कि उस ट्रस्ट और विजन की पहचान है जो एचडीएफसी बैंक ने उनके नेतृत्व में महसूस किया है। यह कदम न केवल बैंक की आंतरिक रणनीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि आने वाले वर्षों में HDFC Bank और ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है — और इस यात्रा में जगदीशन का नेतृत्व निर्णायक भूमिका निभाने वाला है।

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