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लिवर रोगियों के लिए चेतावनी: ये चीजें बिगाड़ सकती हैं हालात

शरीर का हर अंग अपने-अपने तरीके से अनमोल है, लेकिन लिवर यानी जिगर एक ऐसा अंग है जो दिन-रात हमारे शरीर के लिए बिना थके काम करता है। ये हमारे खून को फिल्टर करता है, हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, पाचन में मदद करता है और ऊर्जा का भंडारण करता है।

लेकिन जब यही लिवर कमजोर हो जाता है—चाहे वह फैटी लिवर हो, हेपेटाइटिस हो या सिरोसिस—तो उसकी देखभाल और ज्यादा जरूरी हो जाती है। लिवर की बीमारी से जूझते वक्त हम जो खाते हैं, पीते हैं और जिस तरह की जीवनशैली अपनाते हैं, वही लिवर की रिकवरी की दिशा तय करती है।

इन चीजों से बनाएं फौरन दूरी

शराब (Alcohol)

शराब लिवर का सबसे बड़ा दुश्मन है। यह धीरे-धीरे लिवर की कोशिकाओं को मार देती है और उसे एक ऐसे रास्ते पर ले जाती है, जहां से लौटना मुश्किल हो जाता है। बीमार लिवर को स्वस्थ रखने के लिए शराब पूरी तरह छोड़ देना सबसे पहला कदम होना चाहिए।

तली-भुनी और फैटी चीजें

बर्गर, समोसे, पकौड़े जैसे फास्ट फूड न केवल लिवर पर अतिरिक्त बोझ डालते हैं, बल्कि उसमें वसा जमा कर उसे और भी अधिक कमजोर बना देते हैं। फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्ति को बिल्कुल हल्का, घर का बना, कम तेल वाला भोजन करना चाहिए।

शुगर और प्रोसेस्ड फूड

ज्यादा चीनी से बना खाना—जैसे मिठाई, केक, सॉफ्ट ड्रिंक्स—लिवर में अनावश्यक फैट जमा करता है। इसके अलावा प्रोसेस्ड फूड में जो केमिकल्स और प्रिज़र्वेटिव्स होते हैं, वे लिवर की प्राकृतिक सफाई प्रणाली को नुकसान पहुंचाते हैं।

बिना सलाह के दवाइयां लेना

हर दवा लिवर से होकर गुजरती है। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के पेनकिलर, स्टीरॉइड्स या हर्बल दवाएं लेने से लिवर का काम और अधिक कठिन हो जाता है, जो पहले से ही जूझ रहा होता है।

अत्यधिक नमक का सेवन

नमक शरीर में पानी जमा करता है, जिससे सूजन आती है और लिवर पर दबाव बढ़ता है। खासतौर पर सिरोसिस या जलोदर (Ascites) जैसी स्थितियों में नमक पर पूरी तरह कंट्रोल जरूरी है।

 

इन आदतों से करें लिवर का संरक्षण

रोज़ाना ताजे फल और हरी सब्जियां खाएं

कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएं

हल्की वॉक या योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें

डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें

समय-समय पर LFT यानी लिवर फंक्शन टेस्ट कराते रहें

 

विचार

लिवर को हम तब तक महत्व नहीं देते जब तक वह हमें संकेत नहीं देता कि “अब और नहीं!”
पर अगर हम आज ही सजग हो जाएं, तो न केवल लिवर की बीमारी को रोका जा सकता है, बल्कि एक स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन भी जिया जा सकता है।

याद रखिए—आपका लिवर जितना मजबूत होगा, आपकी ज़िंदगी उतनी ही लंबी और स्वस्थ होगी।
तो आज ही निर्णय लें — लिवर को प्यार दें, उसे बोझ से नहीं, देखभाल से भरें।

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