Site icon Taza Junction News

भारत के लिए चेतावनी चीन ने बनाया किल चेन, J-10C फाइटर जेट और PL-15 मिसाइल

चीन ने हाल के वर्षों में अपनी वायुसेना को न केवल आधुनिक तकनीकों से लैस किया है, बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी पूरी तरह बदल दिया है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण है उसकी “किल चेन” रणनीति। यह एक ऐसी प्रणाली है जिसमें दुश्मन को पहचानने से लेकर उसे ट्रैक करने, लॉक करने और अंततः खत्म करने तक की प्रक्रिया पूरी तरह ऑटोमेटेड, नेटवर्क-सेंट्रिक और रियल-टाइम डेटा आधारित होती है। इस श्रृंखला में चीन ने अपने अत्याधुनिक J-10C फाइटर जेट और PL-15 लॉन्ग रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल को शामिल किया है, जो भारतीय वायुसेना के लिए गंभीर चुनौती बन सकते हैं। J-10C में AESA रडार, मल्टी-रोल क्षमता और डाटा लिंक टेक्नोलॉजी है जो इसे PL-15 जैसी मिसाइलों के साथ मिलकर दुश्मन को 250 से 300 किलोमीटर दूर से ही खत्म करने की शक्ति देती है। PL-15 की यह क्षमता भारतीय फाइटर जेट्स जैसे Su-30MKI या MiG-29 को उसकी पहुंच में आने से पहले ही निशाना बना सकती है, खासकर यदि हमारे पास समान रेंज की मिसाइल या डेटा नेटवर्किंग की क्षमता नहीं है। बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद हुए हवाई संघर्ष में जब विंग कमांडर अभिनंदन का MiG-21 Bison पाकिस्तानी F-16 के हाथों गिरा, तब यह साफ हुआ कि पुराने प्लेटफॉर्म्स और सीमित रडार/मिसाइल क्षमताएं आधुनिक जंग में कारगर नहीं रह गई हैं। चीन की ‘किल चेन’ नीति इसी सोच का विस्तार है, जहां दुश्मन को सोचने तक का समय नहीं मिलता। भारत ने इस खतरे को समझते हुए अब राफेल जैसे अत्याधुनिक विमानों को तैनात किया है, जिनमें Meteor मिसाइल और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम हैं। इसके अलावा DRDO द्वारा विकसित Astra Mk2 मिसाइल, स्वदेशी Tejas Mk1A, और AEW&C जैसे सिस्टम भारत की प्रतिक्रिया को मजबूती दे रहे हैं। मगर सच यह है कि युद्ध अब केवल ताकत की नहीं, बल्कि डेटा, नेटवर्क और निर्णय की स्पीड की लड़ाई है – और उसमें भारत को चीन की तरह एक पूर्ण ‘इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस नेटवर्क’ की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ना होगा।

क्या है Kill Chain?

Kill Chain’ एक मिलिट्री कॉन्सेप्ट है जिसमें दुश्मन के लड़ाकू विमान को ट्रैक करने, लॉक करने और उसे मार गिराने की प्रक्रिया बेहद तेज़ी और सटीकता से की जाती है। यह तकनीक सैटेलाइट, ड्रोन्स, डेटा-लिंक, और रडार जैसे हाई-टेक सिस्टम के समन्वय से काम करती है।

चीन ने इसे AI आधारित निर्णय प्रणाली और BVR (Beyond Visual Range) हथियारों से जोड़ा है, जिससे वह शत्रु को देखते ही नहीं, बल्कि उससे पहले ही खत्म कर सकता है।

J-10C: चीन का अत्याधुनिक योद्धा

J-10C अब AESA रडार और उन्नत एवियोनिक्स के साथ आता है।यह चीन की PL-15 मिसाइल को लॉन्च करने में सक्षम है।नेटवर्क-सेंट्रिक वॉरफेयर में इसकी बड़ी खासियत है।

PL-15 मिसाइल: हवा में ही हार तय करने वाला हथियार

रेंज: 200 से 300 किलोमीटर तक

मिसाइल में Active Radar Homing और जैम-प्रूफ कम्युनिकेशन जैसी तकनीकें

यह भारत के Su-30MKI जैसे लड़ाकू विमानों को बहुत पहले ही टारगेट कर सकती है।

भारतीय फाइटर जेट कैसे गिरे थे? क्या गलती हुई थी?

2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान और भारत की एयरफोर्स आमने-सामने आई थी। उसी दौरान भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन का MiG-21 Bison पाकिस्तानी वायुसीमा में घुस गया था और F-16 से लड़ते हुए गिर गया।

निष्कर्ष

चीन की Kill Chain रणनीति भारत के लिए एक गंभीर चेतावनी है। आधुनिक युद्ध सिर्फ लड़ाकू विमानों से नहीं जीते जाते, बल्कि सूचना, डेटा, नेटवर्किंग और रिएक्शन टाइम अब निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं। भारत को तकनीकी रूप से तेज़, एकीकृत और आत्मनिर्भर रणनीति की जरूरत है — वरना भविष्य में हवाई युद्ध में बढ़त चीन के पास हो सकती है।

Exit mobile version