भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस 2025: विकसित भारत’ की ओर गर्वित कदम

0
79 (1)-1754983419

15 अगस्त 2025 को भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह दिन केवल आज़ादी का पर्व नहीं, बल्कि देश की प्रगति, एकता और नए भारत के सपनों का प्रतीक है। आजादी के इन 79 वर्षों में भारत ने अनेक चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हर चुनौती को अवसर में बदलते हुए देश ने वैश्विक मंच पर अपनी एक सशक्त पहचान बनाई है।

विकसित भारत का संकल्प

प्रधानमंत्री द्वारा घोषित ‘विकसित भारत’ का विज़न आने वाले वर्षों में देश को आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लक्ष्य रखता है। 2025 में यह संकल्प और मजबूत हुआ है, जहां डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों ने करोड़ों युवाओं को अवसर प्रदान किए हैं।

आर्थिक और तकनीकी प्रगति

भारत आज दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। स्टार्टअप इकोसिस्टम, डिजिटल भुगतान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां यह साबित करती हैं कि देश भविष्य की तकनीकी क्रांति का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।

सांस्कृतिक और सामाजिक एकता

79 वर्षों की आज़ादी का सबसे बड़ा संदेश है – “विविधता में एकता।” भारत की संस्कृति, भाषाएं, परंपराएं और त्योहार दुनिया को यह सिखाते हैं कि अलग-अलग विचार और जीवनशैली के बावजूद एक साथ आगे बढ़ना ही असली ताकत है।

नए भारत की चुनौतियां और समाधान

हालांकि विकसित भारत की ओर यात्रा में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और पर्यावरण जैसी चुनौतियां अभी भी मौजूद हैं। लेकिन सरकारी योजनाओं, जनसहभागिता और तकनीकी नवाचार के जरिए इन समस्याओं को हल करने के प्रयास तेज़ी से जारी हैं।

निष्कर्ष

79वां स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता केवल अधिकार नहीं, बल्कि जिम्मेदारी भी है। ‘विकसित भारत’ का सपना तभी साकार होगा जब हर नागरिक अपनी भूमिका निभाए, चाहे वह शिक्षा में योगदान हो, पर्यावरण की रक्षा हो या समाज में सकारात्मक बदलाव लाना हो।
इस स्वतंत्रता दिवस पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम भारत को न केवल आर्थिक रूप से मजबूत, बल्कि न्यायपूर्ण, समावेशी और टिकाऊ राष्ट्र बनाने में योगदान देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed